Monday 5 March, 2012

3 liners(an experiment)

टूटे सपने,
रिसती उम्मीदें,
भारी ज़िन्दगी..!

आकुल आरजुएं,
छटपटाते प्रयास,
थकी ज़िन्दगी..!

फैला आसमां,
सिकुड़े पंख,
रुकी ज़िन्दगी..!

बेमानी रिश्ते,
तर्कहीन समझौते,
फँसी ज़िन्दगी..!

बंधन खुले,
मंजिल चले,
हँसी ज़िन्दगी..!!!!
 

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